Skin Reviver formulation
मंजीठ, नागर मोथा, कूड़े की छाल या जड़, गिलोय, मीठाकूट,सौठ, भारंगी कटेरी का पंचांग, बच, नीम की छाल, हल्दी, दारुहल्दी, हरड़, बहेड़ा, आंवला, परवल के पत्ते, कुटकी मुरवा , बायबिडंग, विजयसार, चीते की चाल, शतावर, त्रायमान, छोटी पीपल इंदर जौ, अडूसे के पत्ते, भांगरा, देवदारु, पाढ, खैरसार, लाल चंदन, निशोथ, बरना की छाल, चीरायत बावची, अमलतास का गूदा, संहोड़ा की छाल, बकायन, कंजा, अतीस, नेत्रबाला, इंद्रायण की जड़, धमासा सरिवा और पित्त-पापड़ा इन 25 दवाओं को बराबर बराबर लेकर पीस कूट कर रख लो इसमें से 2 तोले दवा लेकर डेढ़ पाव जल में काढा बनाओ और चौथाई पानी रहने पर छान ले .
Skin Reviver पीने की विधि
इस काढ़े में दो माशे पीपर का चूरन और दो माशे शुद्ध गूगल मिला कर पी लीजिये . इस तरह लगातार एक से तीन महीने पीने से वातरक्त 18 प्रकार के कोढ़, उपदंश रोग, आतशक, श्लीपद ,हाथी पांव, अंग सुन्यता, पक्षाघात एकांगवात, फालिज, मेद रोग, और नेत्र रोग नष्ट हो जाते है यदि इन दवाओ में कचनार के छाल, बबूल की छाल, सालसे की लकड़ी सरफोंका ये र दवाए मिला ली जाय तो तब तो कहना ही क्या .इस अर्क को शुद्ध शहद या शरबत उन्नाव छह छह ग्राम मिला ली जाय तो यह और भी जल्दी आराम करता है . इस अर्क को 15-15 ml सुबह शाम लेना है अगर शुद्ध शहद या शरबत उन्नाव नहीं है तो एक कप सादा पानी में भी ले सकते है .
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